‘महामानव बुद्ध’ राहुल सांकृत्यायन द्वारा रचित यह प्रसिद्ध पुस्तक भगवान बुद्ध के जीवन और उनके विचारों पर आधारित है| लेखक ने इसमें बुद्ध के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है और उनके द्वारा समाज में किए गए योगदान को विस्तार से समझाया है|
इस पुस्तक का उद्देश्य बुद्ध के जीवन से प्रेरणा लेकर मनुष्य को एक बेहतर समाज और व्यक्तित्व के निर्माण की ओर प्रेरित करना है| पुस्तक में बुद्ध की शिक्षाओं, उनके आदर्शों और उनके दर्शन को सरल हिंदी में प्रस्तुत किया गया है| यह पुस्तक विभिन्न साहित्यिक और ऐतिहासिक संदर्भों से भरी हुई है, जो पाठकों को बुद्ध के जीवन को गहराई से जानने में मदद करती है|
इस पुस्तक में पाठक वर्ग विशेष रूप से बुद्ध का परिचय, संसार की क्षणभंगुरता का बोध, संन्यास और तपस्या, बोधगया में ज्ञान प्राप्ति (ज्ञान प्राप्ति के बाद वे बुद्ध (‘ज्ञानी’) कहलाए), धम्म (धर्म) और प्रचार, महापरिनिर्वाण, सामाजिक और ऐतिहासिक प्रभाव इन सारी बातों को गहराई से जान पाएँगे|
राहुल सांकृत्यायन ने बुद्ध को ‘महामानव’का दर्जा दिया, क्योंकि उन्होंने मानवता को नई दिशा दी| बुद्ध के विचारों ने भारत ही नहीं, बल्कि पूरे एशिया और संसार को प्रभावित किया| उनका चिंतन दलित, उपेक्षित और असमानता से पीड़ित वर्ग के लिए आशा का संदेश बनकर आया|
राहुल सांकृत्यायन की यह कृति न केवल बुद्ध के जीवन को समझने में मदद करती है, बल्कि उनके समाज सुधार के दृष्टिकोण को भी गहराई से व्यक्त करती है|
राहुल सांकृत्यायन का नाम हिंदी साहित्य में एक मानक स्थान रखता है| ‘घुमक्कड़-शास्त्र’ उनकी एक महत्वपूर्ण कृति है जो यात्रा, अनुभव, और ज्ञान की प्यास को अभिव्यक्त करती है| यह किताब यात्रा-प्रेमियों के लिए एक मार्गदर्शिका है, जो दुनिया को जानने और समझने की प्रेरणा देती है| ‘घुमक्कड़-शास्त्र’ यह केवल एक यात्रा-वृत्तांत नहीं है, बल्कि यात्रा की कला और विज्ञान पर एक गहन शोध है| सांकृत्यायन ने इसमें अपने विस्तृत यात्रा-संस्मरणों, भौगोलिक ज्ञान, सांस्कृतिक अनुभवों और जीवन के तमाम पहलुओं को बेहद प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया है| किताब में यात्रा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है, जैसे यात्रा का उद्देश्य, नियोजन, शारीरिक और मानसिक तैयारियाँ, और विभिन्न समाजों और संस्कृतियों का समझना|
राहुल जी के अनुसार, यात्रा केवल सैर-सपाटा नहीं है| यह ज्ञान अर्जित करने, नए-नए स्थानों को देखने, विभिन्न संस्कृतियों को समझने और अपने क्षितिज को विस्तृत करने का माध्यम है| राहुल सांकृत्यायन की भाषा सरल, संयमित और प्रभावशाली है| उन्होंने अपने विचारों को स्पष्ट और तीखे रूप में प्रस्तुत किया है, जो पाठकों को मोहित और प्रेरित करता है| पुस्तक की शैली ऐसी है कि पाठक को एक गहरे संवाद में डूबने का अनुभव होता है|
‘घुमक्कड़-शास्त्र’ एक अत्यंत उत्कृष्ट और प्रेरणादायक कृति है| यह किताब हर उस व्यक्ति के लिए अनिवार्य है जो यात्रा को सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानता है| राहुल सांकृत्यायन की इस कृति ने यात्रा-प्रेमियों के लिए जीवन और अनुभव के प्रति दृष्टिकोण को भी विस्तृत किया है|
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