वोल्गा से गंगा” और “बुद्ध दर्शन” का समन्वय
यह दोनों पुस्तकें भारतीय संस्कृति और दर्शन को समझने के लिए एक विस्तृत दृष्टिकोण प्रदान करती हैं, जो इतिहास की गहराईयों और अध्यात्म की ऊंचाईयों को छूती हैं।
ऐतिहासिक और आध्यात्मिक यात्रा:
संस्कृति का वर्तमान: ‘वोल्गा से गंगा’ द्वारा भारतीय सभ्यता के विविध युगों और ‘बुद्ध दर्शन’ के माध्यम से बौद्ध धर्म के सिद्धांत और जीवन दर्शन का गहरा विवेचन।
समाज और आस्था: दोनों में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, और दार्शनिक अवधारणाओं का विवेचन जो भारतीय जनमानस को प्रेरित करता रहा है।
आध्यात्मिक अन्वेषण: जीवन के अर्थ की खोज करने वालों के लिए अनूठे दृष्टिकोण और अभ्यास।
पाठक वर्ग की रुचि:
इतिहास एवं संस्कृति प्रेमी: भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक समृद्धि को समझने वाले।
धार्मिक और आध्यात्मिक जिज्ञासु: जो बौद्ध दर्शन और इसकी जीवनशैली में रुचि रखते हैं।
विद्यार्थी और विद्वान: जो इन विषयों पर अपने ज्ञान का विस्तार करना चाहते हैं।
इस संकलन के माध्यम से, पाठक एक ऐसी यात्रा पर निकलेंगे जो समय और आत्मा दोनों की सीमाओं का विस्तार करती है।
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